होंडा-श्रमिक मामले में 1400 यूनियनों ने महाजनसभा की
आईएमटी मानेसर स्थित होंडा से हटाए गए 2500 अस्थाई श्रमिक के समर्थन में प्रदेश समेत अन्य राज्यों की यूनियन भी एकजुट हो गई। कंपनी के गेट पर हुई महाजनसभा में सभी यूनियन के पदाधिकारियों ने सभी श्रमिकों को काम पर वापस लेने की मांग करते हुए इस मुद्दे पर अंतिम समय तक संघर्ष करने का निर्णय लिया।
महाजनसभा में हरियाणा प्रदेश के अलावा केंद्रीय स्तर के नेता पहुंचे। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि एक माह बीतने के बावजूद समस्या का कोई हल निकला। प्रशासन व कंपनी प्रबंधन खामोश है। श्रमिकों के आगे रोजी-रोटी का संकट गहराता जा रहा है। उन्होंने कहा यूनियन एक भी श्रमिक को कंपनी से निकालने नहीं देगी और उनके हक में सभी एक है। सभी वक्ताओं ने प्रबंधन, श्रम विभाग व सरकार के श्रम कानूनों में बदलाव की आलोचना की। उन्होंने कहा आर्थिक मंदी की आड़ में श्रमिकों को निकाला जा रहा है। यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर एटक राष्ट्रीय सचिव विद्यासागर गिरी व दामले, एटक राज्य प्रधान बलदेव घनघस, एटक महासचिव अनिल पवार, सीटू राष्ट्रीय उपप्रधान ज्ञान मजूमदार व सतपाल नैन, राज्य सचिव सतवीर सिंह, मारुति सुजुकी मजदूर संघ अध्यक्ष कुलदीप जांघू, रीको प्रधान राजकुमार, इंटक राज्य अध्यक्ष अमित यादव, ऋषिपाल आदि ने समर्थन दिया।